2019 में गुरु और शुक्र का तारा अस्त कब होगा , गुरु और शुक्र तारे के अस्त होने पर कौन-कौन से कार्य नहीं करने चाहिए
2019 में गुरु और शुक्र का तारा अस्त से कब होगा इस समय कौन कौन सा कार्य करना वर्जित माना जाता है
हिंदू धर्म में हर कार्य करने के लिए शुभ मुहूर्त देखा जाता है
किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त देखा जाता है
कोई भी शुभ कार्य को करने के लिए शुक्र और गुरु के तारे का उदित स्वरूप होना बहुत जरूरी होता है
गुरु और शुक्र तारे के अस्त होने पर किसी भी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्यों के मुहूर्त योग नहीं बनते हैं
हर कार्य के लिए शुभ मुहूर्त निर्धारित है इसी प्रकार गुरु और शुक्र तारे के अस्त होने पर कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते
गुरु के तारे की अस्तोदय अवधि-
14 दिसंबर 2019, दिन शनिवार को गुरु का तारा अस्त होगा,
जो 9 जनवरी 2020, दिन गुरुवार को उदित होगा।
शुक्र के तारे की अस्तोदय अवधि-
20 जुलाई 2019, दिन शनिवार को शुक्र का तारा अस्त होगा
जो 25 सितंबर 2019, दिन बुधवार को उदित होगा।
तारा अस्त और उदय होने से 3 दिन पहले और 3 दिन बाद तक कोई भी शुभ कार्य नहीं करने
चाहिए
तारा अस्त होने के 3 दिन पहले यह ग्रह बुड्ढा हो जाता है
और तारा उदय होने के 3 दिन बाद तक यह ग्रह बाल अवस्था में रहता है
इस बीच कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जा सकते हैं
गुरु और शुक्र तारे के अस्त होने पर कौन-कौन से कार्य नहीं करने चाहिए
सबसे पहले है विवाह गुरु शुक्र के तारीख के अस्त होने पर विवाह नहीं करने चाहिए
शुक्र के मुंडन नहीं कराना चाहिए सगाई नहीं करनी चाहिए
घर बनाने का कार्य शुरू नहीं करना चाहिए गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए
व्रत शुरू नहीं करना चाहिए व्रत का उद्यापन भी नहीं करना चाहिए
कुआ नहीं खुद गाना चाहिए तलाब नहीं खुद गाना चाहिए
तुला दान नहीं करना चाहिए
यज्ञोपवीत संस्कार भी नहीं करना चाहिए
इस बीच सन्यास भी नहीं धारण करना चाहिए
गुरु मंत्र भी नहीं लेना चाहिए यह सभी कार्य करना वर्जित माना जाता है
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