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★★श्री राधा रानी कृपा-कटाक्ष समूह में आप भक्तो आपका स्वागत ...... सभी देश वासिओ को होली की बहुत बहुत शुभकामनाए


राम जी के 108 नाम और हनुमान जी के 12 नाम

श्री रामचन्दर जी के 108


    ओम   राम   रामाया   नमः  .
    ओम  रमा  भद्राय  नमः  .
    ओम  रमा चन्द्राया  नमः  .
    ओम  राम  शाश्वताय  नमः  .
    ओम  राजीवालोचनाया  नमः  .
    ओम  वेदात्मने  नमः .
    ओम  भवरोगस्य  भेशहजाया  नमः  .
    ओम  दुशहना  त्रिशिरो  हंत्रे  नमः  .
    ओम  त्रिमूर्तये  नमः  .
    ओम  त्रिगुणात्मकाया  नमः
    ओम  श्रीमती  नमः  .
    ओम  राजेन्द्राय  नमः  .
    ओम  रघुपुंगवाया  नमः  .
    ओम  जानकीवल्लभाया  नमः  .
    ओम  जैत्रैय  नमः  .
    ओम  जितामित्राय  नमः
    ओम  जनार्दनाया  नमः  .
    ओम  विश्वामित्रप्रियाया  नमः  .
    ओम  दान्ताय  नमः  .
    ओम  सहारा  नत्रा  न  तत्पराय  नमः  .
    ओम  वालिप्रमथनाया  नमः  .
    ओम  वाग्मिने  नमः  .
    ओम  सत्यवाचे  नमः  .
    ओम  सत्यविक्रमाया  नमः  .
    ओम  सत्यव्रताया  नमः  .
    ओम  व्रतधराय  नमः  .
    ओम  सदाहनुमदाश्रिताया  नमः
    ओम  कौसलेयाया   नमः  .
    ओम  खरध्वा .नसिने  नमः  .
    ओम  विराधवधपण  दिताया  नमः  .
    ओम  विभीषहना  परित्रात्रे  नमः  .
    ओम  हरकोदंडा  खा .न्दनाया  नमः  .
    ओम  सप्तताला  प्रभेत्त्रे  नमः  .
    ओम  दशग्रीव  शिरोहराय  नमः  .
    ओम  जामदग्न्य  महादर्पदलनाया  नमः  .
    ओम  ताटकान्तकाया  नमः  .
    ओम  वेदान्तसाराय  नमः
    ओम  त्रिविक्रमाय  नमः  .
    ओम  त्रिलोकात्मने  नमः  .
    ओम  पुण्याचारित्रकीर्तनाया  नमः  .
    ओम  Trilokaraxakaaya  नमः  .
    ओम  धनविणे  नमः  .
    ओम  दण्डकारण्य  पुण्यकर ^इते  नमः  .
    ओम  अहल्या  शाप  शमनाया  नमः  .
    ओम  पित्रै  भक्ताय  नमः  .
    ओम  वरप्रदाय  नमः  .
    ओम  राम  जितेंद्रियाया   नमः
    ओम  राम  Jitakrodhaaya  नमः  .
    ओम  राम  जितामित्राय  नमः  .
    ओम  राम  जगद्गुरावे  नमः  .
    ओम  राम  रक्षवानरा  संगठिने  नमः  .
    ओम  चित्रकूट  समाश्रयाया  नमः  .
    ओम   राम  जयन्तत्राणवरदया  नमः  .
    ओम  Sumitraaputra  सेविताया  नमः  .
    ओम  सर्वदेवादी  देवाय  नमः  .
    ओम   राम   मृतवानरजीवनया  नमः  .
    ओम  राम  मायामारीचाहन्त्रे  नमः  .
    ओम  महादेवाय  नमः  .
    ओम  महाभुजाया  नमः  .
    ओम  सर्वदेवस्तुताया  नमः  .
    ओम  सौम्यया  नमः  .
    ओम  ब्रह्मन्याया  नमः  .
    ओम  मुनिसाँसुतसंस्तुतया  नमः  .
    ओम  महा  योगिनी  नमः  .
    ओम  महोदराय  नमः  .
    ओम   सच्चिदानंदा  विग्रहाया  नमः  .
    ओम  परस्मै  ज्योतिषी  नमः  .
    ओम  परस्मै  धाम्ने  नमः  .
    ओम  पराकाशाय   नमः  .
    ओम  परात्पराय  नमः  .
    ओम  परेशाय  नमः  .
    ओम  पारगाया  नमः  .
    ओम  पराया  नमः  .
    ओम  सर्वदेवात्मकाया  परस्मै  नमः  .
    ओम  सुग्रीवेप्सिता  राज्यदाय  नमः  .
    ओम  सर्वपुण्याधिका  फैलाया  नमः  .
    ओम  Smraita सर्वाघ  नाशनाया  नमः  .
    ओम  आदिपुरुषहाया  नमः   .
    ओम  परमपुरुषहाया  नमः  .
    ओम  महापुरुषहाया  नमः  .
    ओम  पुण्योदयाया  नमः  .
    ओम  अयासाराय  नमः  .
    ओम  पुराणपुरुषोत्तमाया  नमः  .
    ओम  स्मितवक्त्राय  नमः  .
    ओम  मितभाषहीने  नमः  .
    ओम  पूर्वभाषहीने  नमः  .
    ओम  राघवाया  नमः  .
    ओम  अनन्तगुणा  गम्भीराय  नमः  .
    ओम  धीरोड्डात्तगुणोत्तमाया  नमः  .
    ओम  मायामानुषः  चरित्राय  नमः  .
    ओम  महादेवादिपूजिताया  नमः  .
    ओम   राम  सेतुकृते  नमः  .
    ओम   जितवाराशये  नमः  .
    ओम  सर्वतीर्थमयाया  नमः  .
    ओम  हरये  नमः  .
    ओम  श्यामा .नगाया  नमः  .
    ओम  सुन्दराय  नमः  .
    ओम  शूराय नमः  .
    ओम  पितवाससे  नमः  .
    ओम  धनुर्धराय  नमः  .
    ओम  सर्वयज्ञाधिपाया  नमः  .
    ओम  यज्वने  नमः  .
    ओम  जरामरणवर्जिताया  नमः  .
    ओम  विभीषहना प्रतिष्ठात्रे  नमः  .
    ओम  सर्वावगुणवर्जिताया  नमः  .
    ओम  परमात्मने  नमः  .
    ओम  परस्मै  ब्रह्मणे  नमः  .

श्री हनुमान जी के चमत्कारी बारह नाम

हनुमानगढ़ी मंदिर  अयोधया से हनुमान जी के दर्शन 

1 ॐ हनुमान
2 ॐ अंजनी सुत
3 ॐ वायु पुत्र
4 ॐ महाबल
5 ॐ रामेष्ठ
6 ॐ फाल्गुण सखा
7 ॐ पिंगाक्ष
8 ॐ अमित विक्रम
9 ॐ उदधिक्रमण
10 ॐ सीता शोक विनाशन
11 ॐ लक्ष्मण प्राण दाता
12 ॐ दशग्रीव दर्पहा

नाम की अलौकिक महिमा   


- प्रात: काल सो कर उठते ही जिस अवस्था में भी हो बारह नामों को 11 बार लेनेवाला व्यक्ति दीर्घायु होता है।

- नित्य नियम के समय नाम लेने से इष्ट की प्राप्ति होती है।

- दोपहर में नाम लेनेवाला व्यक्ति धनवान होता है। दोपहर संध्या के समय नाम लेनेवाला व्यक्ति पारिवारिक सुखों से तृप्त होता है।

- रात्रि को सोते समय नाम लेनेवाले व्यक्ति की शत्रु से जीत होती है।

- उपरोक्त समय के अतिरिक्त इन बारह नामों का निरंतर जप करने वाले व्यक्ति की श्री हनुमानजी महाराज दसों दिशाओं एवं आकाश पाताल से रक्षा करते हैं।

- लाल स्याही से मंगलवार को भोजपत्र पर ये बारह नाम लिखकर मंगलवार के दिन ही ताबीज बांधने से कभी ‍सिरदर्द नहीं होता। गले या बाजू में तांबे का ताबीज ज्यादा उत्तम है। भोजपत्र पर लिखने के काम आनेवाला पेन नया होना चाहिए।

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